ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
ॐ वज्रसत्त्व हूं
[00:00.000] 作词 : 金刚萨埵百字明 [00:00.150] 作曲 : 萨顶顶/黄毅 [00:00.300] [00:18.300] [00:28.720]前奏采样来自藏歌《我们在此相聚》 [00:31.890] [00:35.020] [00:46.000]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। [00:52.220]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। [00:58.640]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। [01:04.860]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। [01:11.300]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [01:17.540]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [01:23.840]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [01:30.140]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [01:37.890] [01:49.180]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। [01:55.260]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। [02:01.650]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। [02:07.920]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। [02:14.380]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [02:20.680]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [02:26.940]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [02:33.130]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [02:39.800]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [02:46.130]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [02:52.140]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [02:58.370]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [03:05.720] [03:28.640]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [03:34.690]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [03:40.980]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [03:47.430]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [03:55.450] [03:57.100]ॐ वज्रसत्त्व हूं